व्हाइट फंगस पर निबंध | Essay on white fungus in hindi (पूरी जानकारी)

हेलो दोस्तों, हम आशा करते हैं कि आप स्वस्थ व प्रसन्न होंगे। अभी कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आए थे जिससे हम सभी भली-भांति वाकिफ है। अभी हम ब्लैक फंगस से ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि बिहार के पटना शहर में 4 मरीजों में वाइट फंगस के मामले सामने आए हैं। इसके बाद मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश में भी इसके मरीज मिलने की खबर आई है। तो दोस्तों, आज हम इस आर्टिकल में वाइट फंगस पर निबंध (Essay on white fungus in hindi) के अंतर्गत व्हाइट फंगस के लक्षण, बचाव व पूरी जानकारी को सरल शब्दों में समझेंगे। तो इसे अंत तक अवश्य पढ़ें। तो चलिए शुरू करते हैं-

व्हाइट फंगस इन्फेक्शन क्या है?

दोस्तों, आप अवश्य सोच रहे होंगे कि अभी तो ब्लैक फंगस पर सुने थे अब यहां व्हाइट फंगस इंफेक्शन क्या है (What is white fungus infection)

आपने अक्सर देखा होगा कि बांसी व बहुत दिन की रखी हुई ब्रेड पर काली व सफेद परत जम जाती है। यही परत व्हाइट व ब्लैक फंगस इंफेक्शन जैसी फंगल बीमारियों को जन्म देती है।

इन्हीं फंगस का संक्रमण शरीर के अन्य अंगों में जाकर गंभीर बीमारियों को बढ़ा देती है और हमारा शरीर इन सभी फंगस से लड़ने में असमर्थ होता है। जितने भी फंगल बीमारियों के डायग्नोसिस होते हैं उनमें ज्यादातर मामले हमें व्हाइट फंगस के ही देखने को मिलते हैं।

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वाइट फंगस इंफेक्शन कहां से फैलता है?

व्हाइट फंगस जोकि Candidiasis के नाम से मशहूर है एक बहुत ही खतरनाक इन्फेक्शन है और यह सबसे पहले फेफड़ों को संक्रमित करता है। फेफड़ों के साथ-साथ यह मानव चर्म, नाखून, पेट, मस्तिष्क, प्राइवेट पार्ट व मुंह के अंतरी भाग को भी बुरी तरीके से प्रभावित कर सकता है।व्हाइट फंगस आपके चेस्ट को भी भारी नुकसान पहुंचाता है।

व्हाइट फंगस इंफेक्शन के लक्षण (Symptoms)

1- व्हाइट फंगस इंफेक्शन को मुख्य रूप से फेफड़ों व बाहरी त्वचा पर देखा गया है।

2- यह पेट, नाखून, मस्तिष्क व मुंह के अंदरूनी भाग में भी देखा जा सकता है।

3- यह व्यक्ति के गुप्तांग में भी भारी संक्रमण पैदा करता है। प्रत्येक व्यक्ति में इसके अलग-अलग लक्षण मौजूद हो सकते हैं।

4- तेज बुखार आना, मन घबराना व भारी सिर दर्द होना भी व्हाइट फंगस इंफेक्शन का का लक्षण हो सकता है।

5- नाक में म्यूकस आना व नाक से ब्लीडिंग होना भी व्हाइट फंगस के लक्षणों में एक है।

6- आंख में असहनीय खुजली, दर्द व आंख के नीचे छाले पड़ना।

7- चेहरे में एक तरफ दर्द होना व सूजन की शिकायत होना भी व्हाइट फंगस इंफेक्शन की ओर इशारा करता है।

व्हाइट फंगस होने का ज्यादा खतरा किन्हे हैं? (Danger)

1- जिस तरह से वाइट फंगस इंफेक्शन ठीक ब्लैक फंगस इंफेक्शन की तरह ही कोरोना से ठीक  हुए मरीजो में पाया गया है। तो इससे हम जान सकते हैं कि कोविड-19 मरीजो को व्हाइट फंगस से ज्यादा खतरा है परंतु अन्य बीमारी के मरीजों को भी इससे भारी खतरा है।

2- हाई डायबिटीज वह हाई बीपी हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजों को इससे ज्यादा खतरा है।

3- अलग-अलग बीमारियों की हाई पावर दवाई खाने वालों को भी व्हाइट फंगस का खतरा अधिक हैं।

4- कोविड-19 होने के दौरान स्टेरॉयड लेने वाले मरीजों को सचेत रहने की जरूरत है।

5- कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से पीड़ित होने वाले मरीज व्हाइट फंगस से ज्यादा सावधान रहें।

6- ऐसे महामारी के काल में जिन व्यक्तियों की इम्युनिटी कम है उन्हें हर तरह के इंफेक्शन चाहे ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो या वाइट फंगस इंफेक्शन से बहुत संभल कर रहने की जरूरत है।

7- बाहर की चीजें खाने वाले शौकीन व्यक्तियों को भी व्हाइट फंगस इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है।

वाइट फंगस इंफेक्शन से बचने के उपाय (Steps to Prevent White Fungus Infection)

1- यदि आप भी कोविड से ठीक हुए मरीजों में एक है तो अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान रखें। वाइट फंगस के एक भी लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर को बिना लापरवाही के तुरंत संपर्क करें।

2- अपने घर में व किचन में ज्यादा से ज्यादा सफाई रखें। इंफेक्शन फैलने जैसी स्थिति बिल्कुल भी ना आने दे।

3- यदि आप हॉस्पिटल में वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर है तो वहां पर भी सफाई का ध्यान रखें।

4- वाइट फंगस इंफेक्शन कम्युनिटी वाले व्यक्तियों को तुरंत अपनी गिरफ्त में लेता है इसलिए कुछ भी करके अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाएं।

5- संक्रमित व्यक्ति वाले व्यक्तियों से दूर ही रहे उनके आसपास जाने पर मास्क, रुमाल व सैनिटाइजर का पूर्ण रूप से इस्तेमाल करें।

6- बाहर की चीजों से परहेज करें। घर पर ही बना भोजन खाएं। बासी भोजन से भी परहेज करें।

7- RT-PCR व रैपिड एंटीजन टेस्ट में यदि वाइट फंगस इंफेक्शन का कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो उसे नजर अंदाज ना करें उसका प्रॉपर रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट करवाएं।

8- हो सके तो ऑक्सीजन सिलेंडर ह्युमिदिफयर में स्टरेलाईज वाटर का इस्तेमाल करें।

आज हमने क्या जाना

दोस्तों, जिस तरह से वाइट फंगस इंफेक्शन बढ़ रहा है उस तरह से यदि हम इस इंफेक्शन से जागरूक नहीं हुए तो हमें अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है।

हमारी जागरूकता और सतर्कता ही हमारे जीवन बचाने के लिए मूल मंत्र है। इसे देखते हुए आज हमने वाइट फंगस पर निबंध (Essay on white fungus in hindi) के अंतर्गत वाइट फंगस पर पूरी जानकारी पढ़ी।

हम आशा करते हैं कि यह जानकारी आपको भविष्य में जरूर सहायता करेगी। यदि जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व सगे- संबंधियों में भी अवश्य शेयर करें ताकि वह भी अपने जीवन को लेकर ज्यादा से ज्यादा सतर्क हो सके।

तो मिलते हैं हमारे दूसरे आर्टिकल में तब तक स्वस्थ रहें मस्त रहें।

FAQ

1 व्हाइट फंगस के करण?

Ans1- बासी खाने में पाई जाने वाली काली या सफेद परत ही फंगस कहलाती है और यही फंगस पेट में जाने के बाद अन्य फंगल बीमारियों को कारण बनती है। व्हाइट फंगस इंफेक्शन के होने का कारण इम्यूनिटी कमजोर होना भी पाया गया है।

2 ब्लैक फंगस और व्हाइटफंगस को कैसे खतम करे?

Ans2- ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस को खत्म करने के लिए सबसे पहले आप अपनी इम्यूनिटी सिस्टम पर ध्यान दें। व्हाइट फंगस का खतरा गंदगी व अन्य फंगल इंफेक्शन से जल्दी फैलता है इसलिए अपने आसपास सफाई रखें, मरीजों से दूरी बनाएं व ऊपर दिए गए उपाय को फॉलो करें।

3 जिन्हे पहले से फंगस का प्रॉब्लम है क्या उन्हें ब्लैक या व्हाइट फंगस हो सकता है?

Ans3- हां बिल्कुल। जिन व्यक्तियो को पहले से फंगस की समस्या हैं उन्हे व्हाइट फंगस होने का खतरा ज्यादा हैं। हालांकि ब्लैक फंगस का मुख्य कारण low immunity है तो यदि आपकी इम्यूनिटी भी कमजोर है तो आपको ब्लॉक सोंग्स भी हो सकता है।

4 कोरोना से ज्यादा खतरनाक वाइट फंगस है या नहीं?

Ans4- ब्लैक फंगस और व्हाइट फंगस दोनो ही बीमारी जानलेवा हैं तो आप इसे एक बहुत खतरनाक infection मान सकते हैं।

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